Wednesday, 30 August 2017

जब किसी बाबा का पर्दाफाश होते देखती हूँ तो मन में ये उम्मीद जगती है कि ये शायद बाबा 
देश के अंतिम बाबा हो जो जनता को बेवकूफ बना रहे हो ।दस दिन नहीं बीतते हैं कि फिर एक बाबा हाज़िर ।शायद लोगो में  अपनी समस्याओं का निदान जल्द   करवाने  की होड़  ही इन रक्तबीज बाबा को जन्म देती  है । लेकिन यहां मुझे ऐसा भी लगता है कि इन बाबा को भी मोहरों की तरह इस्तेमाल किया जाता है और इनकी काली करतूतों के पीछे एक रैकेट होता है जो इतने बड़े स्तर पर धन ,वासना और भक्ति का जाल बिछाकर रखता है ।सोचने वाली बात यह है कि क्या  सिर्फ एक व्यक्ति इतना बड़ा साम्राज्य स्थापित कर सकता है ?

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