अरे वहाँ तो सिर्फ मुस्कुराने को कहा गया था लेकिन हमारे लिए मीठी का मतलब ,जोर की हंसी या दूसरे शब्दों में कहा जाए तो ठहाका ही ठहाका ।बाहरी लोगों के लिए बेहद गंभीर और अंतर्मुखी ।लेकिन घर में किसी भी परिस्थिति में, फिर चाहे घर में कोई कितने भी तनाव में हो ,मीठी की हाजिरजवाबी के द्वारा हम बहुत देर तक तनावपूर्ण नहीं रह सकते । मीठी के जन्म की बेहद खूबसूरत याद मैं आप सबसे share करती हूं ।जन्म के तुरंत बाद जहां एक ओर मेरे कानों में बच्चे के रुदन स्वर आया वहीं दूसरी ओर कुर्जी हॉस्पिटल की सिस्टर्स का समवेत प्रातःकालीन कैरोल स्वर।
मानों ईश्वर अपने हाथों मुझे उपहार दे रहा हो ।
जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं ,बहुत आशीर्वाद ।भगवान तुम्हें इसी तरह जिंदगी में हमेशा खुश रखें ।